I just love this song.. And its written for Bhagyashree :)
आते जाते हंसते गाते
सोचा था मैंने मन में कई बार
वो पहली नज़र हल्का सा असर करता है
क्यों इस दिल को बेकरार
रुक के चलना चलके रुकना
ना जाने तुम्हें है किसका इंतज़ार
तेरा वो यकीन कहीं मैं तो नहीं
लगता है यही क्यों मुझको बार बार
येही सच है शायद मैंने प्यार किया
हाँ हाँ तुमसे मैंने प्यार किया
आते जाते हंसते गाते
सोचा था मैंने मन में कई बार
होंठों की कली कुछ और खिली
ये दिल पे हुआ है किसका इख्तिहार
तुम कौन हो बतला तो दो
क्यों करने लगी मैं तुमपे ऐतबार
खामोश रहूँ या मैं कह दूं
या कर लूं मैं चुपके से ये स्वीकार
येही सच है शायद मैंने प्यार किया
हाँ हाँ तुमसे मैंने प्यार किया
Tuesday, February 24, 2009
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